उत्तर प्रदेश में शनिवार को कई जिलों में आंधी तूफाने आने से कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई। कई जगहों पर पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए जिससे यातयात भी खासा प्रभावित हुआ। इस बीच मौसम विभाग की माने तो अभी अगले दो दिनों तक बदला-बदला रह सकता है। देश के उत्तरी हिस्से के ऊपर केन्द्रित पश्चिमी विक्षोभ तथा यूपी- बिहार की सीमावर्ती क्षेत्रों के ऊपर केन्द्रित हवा के कम दबाव के क्षेत्र बना हुआ है। इन दोनों सिस्टम को अरब सागर से लगातार पर्याप्त नमी मिल रही है जिससे दोनों के कम से कम 48 घंटे तक सक्रिय रहने की सम्भावना व्यक्त की जा रही है।
मौसम विभाग के अनुसार की माने तो इन्हीं दो सिस्टम की वजह से उत्तर प्रदेश के बृज एवं मध्य क्षेत्र में मौसम का मिजाज काफी बिगड़ा हुआ है। इसके कारण बृज क्षेत्र के आगरा-मथुरा से लेकर हाथरस, मैनपुर, एटा, फिरोजाबाद, औरैया, इटावा एवं कन्नौज में तथा रुहेलखण्ड के बदायूं, बरेली, शाहजहांपुर, पीलीभीत तथा लखीमपुर तथा के साथ-साथ हरदोई-सीतापुर लखनऊ तक में आंधी के अलावा गरज-चमक के साथ बारिश हुई है। बुन्देलखण्ड के चित्रकूट, महोबा, बांदा, जालौन एवं हमीरपुर में भी इसके कारण मौसम में बदलाव के संकेत हैं। इसी प्रकार से पूर्वी यूपी के कम से कम 12 जिलों में भी अगले 36 घंटों के दौरान आंधी-पानी के आसार है।
बुंदेलखंड और कानपुर के आसपास आंधी-बारिश और बिजली गिरने से उन्नाव में सात, कन्नौज में छह, बांदा और कानपुर शहर में एक-एक व्यक्ति की जान चली गई। कानपुर शहर के बिल्हौर में आंधी-बारिश संग आधा घंटे तक बड़े-बड़े ओले गिरे जिससे फसल चौपट हो गईं। सैकड़ों गाड़ियों के शीशे टूट गए और कई लोग घायल भी हुए। घाटमपुर में भी जमकर ओलावृष्टि हुई।
तेज बारिश से विद्युत आपूर्ति हुई ठप
महोबा में देर शाम को तेज आंधी चलने से बिजली के खंभे और तार टूटने से विद्युत आपूर्ति ठप हो गई। जालौन, हमीरपुर, चित्रकूट में भी बारिश संग कई स्थानों पर ओले गिरे। कानपुर देहात में शनिवार को तेज हवाओं संग बारिश-ओले गिरने से जहां मूंग की फसल को नुकसान पहुंचा, वहीं सब्जी की फसल को फायदा हुआ है। इटावा में शुक्रवार रात साढ़े आठ बजे आई आंधी-बारिश से कई घरों की दीवारें और छप्पर गिर गए। बिजली के एक दर्जन से ज्यादा खंभे टूटने से शहर की आपूर्ति व्यवस्था बाधित हो गई।
फर्रुखाबाद में शनिवार कोतेज हवा संग बारिश होती रही। फतेहपुर में दिन में तेज धूप और तपिश के बाद शाम पौने पांच बजे तेज हवा के साथ बारिश हुई, जिससे टिन शेड आदि उड़ गए। औरैया में शुक्रवार की रात व शनिवार को सुबह तक बारिश हुई। हरदोई में भी शनिवार को दिन में कई बार बारिश हुई।
आगरा में शुक्रवार देर शाम आयीआंधी से टूटीं जालियां, गेट हुआ टेढ़ा, पेड़ टूटे
आगरा में शुक्रवार देर शाम को आयी आंधी में ताजनगरी में 124 किमी की रफ्तार से आए बवंडर ने न केवल ताजमहल बल्कि सिकंदरा, एत्माद्दौला, मेहताब बाग समेत कई स्मारकों को काफी नुकसान पहुंचाया है। ताजमहल में संगमरमर और लाल पत्थर की जालियों के अलावा पश्चिमी गेट की चूल टूट जाने से गेट टेढ़ा हो गया, वहीं फैसिलिटी सेंटर में भी छत और मेटल डिटेक्टर टूट गए। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने शनिवार सुबह से ही टीमें भेजकर नुकसान का आकलन कराया।
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