उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में घाघरा नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया है। इसके चलते यहां महसी तहसील के 12 ग्राम पंचायतों को 20 मजरे पानी से डूब गए हैं। लोग सुरक्षित स्थानों की ओर से पलायन कर रहे हैं। बौंडी थाने में भी पानी भर गया है। एनडीआरएफ की टीम बाढ़ में फंसे लोगों का रेस्क्यू कर रही है।

तिरपाल तानकर लोग अपनी गृहस्थी बचाने में जुटे।

4.27 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया

बहराइच जिले की छह तहसीलों में से चार तहसील महसी, नानपारा, कैसरगंज, मोतीपुर बाढ़ प्रभावित है। नेपाल से लगातार पानी छोड़े जाने से महसी तहसील में घाघरा नदी खतरे के निशान से 25 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। गुरुवार को बनबसा, गोपिया और गिरिजापुरी बैराज से 4.27 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। यह पानी धीरे-धीरे घाघरा नदी में पहुंच गया है। साढ़े चार लाख क्यूसेक पानी पहुंचने से स्थिति और विकराल हो जाएगी। तहसील प्रशासन की ओर से दो स्थानों पर लंगर शुरू किया गया है। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए 18 संपर्क मार्गों पर नाव लगाए गए हैं। जिला प्रशासन ने हाई अलर्ट घोषित कर दिया है। लोगों को तटबंध पर पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं।

बाढ़ में डूबीं झोपड़ियां।

30 हजार आबादी प्रभावित

अपर जिलाधिकारी जयचंद्र पांडेय ने बाढ़ से घिरे गांवों का निरीक्षण किया। ग्रामीणों से वार्ता की। साथ ही लोगों को तटबंध पर पहुंचने के निर्देश दिए। उपजिलाधिकारी एसएन त्रिपाठी मांझा दरिया बुर्द गांव में फंसे लोगों को बाहर निकलवाने में जुटे हैं। एडीएम ने बताया कि बाढ़ के चलते लगभग 30 हजार की आबादी प्रभावित है।



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यह तस्वीर बहराइच की है। यहां घाघरा नदी के जलस्तर में बढ़ोत्तरी के कारण कई गांवों में बाढ़ आ गई है। लोग सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं।


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