उत्तर प्रदेश के नोएडा में एक ढाई महीने बच्चे के गले में चॉकलेट फंस गई। घरवालों का आरोप है कि बच्चे की तबीयत खराब होने पर उन लोगों ने ऐंबुलेंस बुलाने के लिए कई बार फोन किया। आधे घंटे तक लगातार वे एंबुलेंस को फोन करते रहे। एंबुलेंस नहीं मिली तो बच्चे को ऑटो से लेकर अस्पताल पहुंचे लेकिन तब तक बच्चे की मौत हो चुकी थी।

सेक्टर 81 की रहने वाली पिंकी शर्मा ने बताया कि उनके देवरानी की ढाई महीने पहले डिलीवरी हुई थी। बच्चा घर में लेटा था। दूसरा बच्चा चॉकलेट खा रहा था। उसी दौरान उसने शिशु के मुंह में चॉकलेट डाल दी। चॉकलेट शिशु के गले में फंस गई।

बच्चे को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे लेकिन उसको नहीं बचाया जा सका
घरवाले शिशु को लेकर नजदीकी अस्पताल गए। वहां से डॉक्टरों ने उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया। जिला अस्पताल जाने के लिए घरवालों ने 102 नंबर पर कॉल किया। सारी जानकारी लेने के बाद एंबुलेंस भेजने की बात कही गई। बच्चे के माता-पिता एंबुलेंस का इंतजार करते रहे लेकिन एंबुलेंस नहीं आई। बच्चे की हालत बिगड़ने पर वे लोग उसे ऑटो से लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। वहां डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। घरवालों ने आरोप लगाया कि समय से एंबुलेंस न मिलने के कारण उनके बच्चे की मौत हो गई।



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नोएडा में एक ढाई महीने के बच्चे के गले में चॉकलेट फंसने की वजह से उसकी सांस अटक गई। आनन फानन में परिजन उसे लेकर अस्पताल पहुंचे लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। प्रतिकात्मक फोटो


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