उत्तर प्रदेश में कोरोना का संक्रमण बढ़ता जा रहा है। लोगों को भीड़ जुटाने पर मनाही है। बावजूद इसके बाराबंकी जिले में फतेहपुर थाना क्षेत्र के मिर्जापुर गांव में अंधविश्वास के नाम पर भीड़ बटोरी जा रही है। खास बात यह है कि इस दौरान पुलिसकर्मियों की पूरी टीम मौके पर खड़ी होकर तमाशा देखती रही है। एक पुलिसकर्मी ने अंधविश्वास का विरोध किया तो अन्य समर्थन पर उतर आए। घटनाक्रम का वीडियो भी सामने आया है।
मौलाना ने झाड़ फूंक से लोगों को ठीक करने का किया दावा।
मौलाना का दावा- 32 लोगों को एक दिन पहले ठीक किया
मिर्जापुर गांव में इलाज करने के नाम पर एक मौलाना लोगों के ऊपर से भूत-प्रेत, डायन, जोगिन को भगाने का दावा करता है। वायरल वीडियो में कई लड़कियां और महिलाएं बाल खोलकर झूमते हुए नजर आ रही हैं। इनमें कई लड़के भी जोर-जोर से तालियां पीट रहे थे। मौलाना ने दावा कि वह शैतानी शक्तियों से लड़ाई करता है। मौलाना ने बड़े दावे से कहा कि उसने एक रात पहले 32 लोगों को ठीक किया है, जो काफी दूक-दूर से उसके पास आते हैं। अगर लोगों को फायदा न हो क्यों लोग उसके पास आएं। इसके अलावा एक बात और चौंकाने वाली थी कि यहां एक दो नहीं बल्कि पुलिसकर्मियों की पूरी फौज मौजूद थी और ये लोग इसे रोकने के बजाय इस तमाशे को बड़ी दिलचस्पी से देख रहे थे।
पुलिस ने मजमे में शामिल लोगों से पूछताछ की।
एक पुलिसकर्मी ने मौलाना को लगाई लताड़
वहीं इस बीच वीडियो में एक पुलिसकर्मी नजर आ रहा है, जिसने इस तमाशे का विरोध किया और मौलाना को जमकर लताड़ लगाई। वो पुलिसकर्मी वहां इस तमाशे को कर रहे मौलाना से पूछता है कि कोरोना काल में जब सारे मंदिर, मस्जिदों समेत दूसरे धार्मिक स्थलों पर लोग नहीं जा रहे तो फिर तुम यहां ये तमाशा कैसे चला रहे हो। यहां तक कि मोहर्रम में ताजिया तक नहीं निकाली जा रही, फिर भी तुम यहां ये तमाशा कर रहे हो।


Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
पुलिस टीम के सामने मौलाना ने झाड़-फूंक के नाम पर भीड़ बटोरी।


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2QEm6ZH
via