अयोध्या के बाबरी मस्जिद का विवादित ढांचा ढहाने के मामले में 28 साल बाद आखिरकार बुधवार को फैसला आ गया। लखनऊ में सीबीआई की स्पेशल कोर्ट के जज एसके यादव ने राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख चेहरे रहे लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती समेत सभी 32 आरोपियों को बरी कर दिया। इस फैसले से अयोध्या में खुशी का माहौल है। बाबरी मस्जिद के मुद्दई रहे इकबाल अंसारी ने कहा कि अब बुजुर्ग अपनी बची जिंदगी चैन से जी सकेंगे। हम कोर्ट के निर्णय का स्वागत करते हैं। अयोध्या के साधु-संतों ने भी फैसले का स्वागत किया है।

इकबाल अंसारी।

इकबाल बोले- कोर्ट सभी तथ्यों को ध्यान में रखकर सुनाती है फैसला

बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने 9 नवंबर को फैसला मंदिर के पक्ष में सुनाया, उसका सभी ने सम्मान किया, क्योंकि कोर्ट साक्ष्यों व तथ्यों पर फैसला सुनाती है। इसलिए उस पर हमें भरोसा है। सीबीआई कोर्ट ने 28 साल बाद बाबरी केस में आज अपना फैसला सुनाया। जिसमें सभी आरोपित दोषमुक्त हो गए हैं। सीबीआई ने सैकड़ों लोगों की गवाही ली। जिसमें तमाम पत्रकार भी शामिल थे। सीबीआई ने भी ढेर सारे साक्ष्य इकट्ठा किए थे। जिस के आधार पर फैसला सुनाया गया। हम इसका स्वागत व सम्मान करते हैं। इसमें कई आरोपितों की मौत हो गई है, जबकि बाकी बुजुर्ग हो चुके हैं। अब वे चैन से जी सकेंगे।

महंत कमल नयन दास।

महंत कमल नयन बोले- सभी दोषमुक्त हुए, संतो में खुशी

मणिराम छावनी के महंत कमल नयनदास ने कहा कि सारी खुशहाली तो उसी समय लौट आई थी, जब राम मंदिर के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया। राम मन्दिर बन रहा है। उसके बाद सीबीआई कोर्ट कोई भी फैसला सुनाती उस पर हम खुश थे। अब सभी दोषमुक्त हो गए हैं, इस पर भी हम खुश हैं। इससे ज्यादा और खुशी संतों में क्या होगी?

परमहंस दास।

काशी-मथुरा भी मुक्त हो: महंत परमहंस दास

तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास ने कहा कि सीबीआई कोर्ट के फैसले के बाद सारे देश में खुशी का माहौल है। इसके लिए यज्ञ व अनुष्ठान भी किए गए थे कि सभी आरोपितों को कोर्ट दोषमुक्त कर दें। अब राम मंदिर की तरह काशी विश्वनाथ और मथुरा की श्रीकृष्ण जन्मभूमि को मुक्त होना चाहिए।

राम विलास दास वेदांती।

वेदांती बोले- कांग्रेस ने की थी साजिश खामियाजा भोगना पड़ेगा
बाबरी केस से दोषमुक्त हुए राम विलास दास वेदांती ने कहा कि सीबीआई कोर्ट ने सभी आरोपितों को बरी करके यह साबित कर दिया है कि हमने जर्जर मंदिर के भवन को तोड़ा था, किसी मस्जिद को नहीं। क्योंकि वहां कोई मस्जिद थी ही नहीं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने एक साजिश के तहत हम लोगों व मंदिर आंदोलन से जुड़े लोगों को फर्जी तरीके से फंसाया था, जिसका खामियाजा कांग्रेस को भोगना पड़ेगा। कांग्रेस ने हमेशा मंदिर निर्माण में बाधाएं पैदा की। उनसे जुड़े वकील नहीं चाहते थे कि मंदिर मस्जिद केस का जल्द फैसला हो। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुना कर मंदिर निर्माण का रास्ता साफ कर दिया। अब वहां भव्य राम मंदिर का निर्माण हो रहा है।



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बाबरी केस में फैसला आने पर अयोध्या में संतों ने मिठाई बांटकर अपनी खुशी का इजहार किया।


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