उत्तर प्रदेश के नोएडा में पुलिस ने रिंगिंग बेल मोबाइल स्कैम के आरोपी रहे मोहित अग्रवाल और एक अन्य को ड्राई फ्रूट के नाम पर करोड़ों की ठगी के आरोप में गिरफ्तार किया है। आरोपी ने इस बार अपने साथी के साथ शहर के थोक विक्रेताओं को चूना लगा रहा था। दोनों आरोपी थोक विक्रेताओं से मेवे और मसाले खरीदकर उनसे करोड़ों रुपए ठग चुके हैं। थाना सेक्टर 58 पुलिस ने सोमवार को इसी मामले में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया।

अपर पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) लव कुमार ने बताया कि मेवे और मसाले की थोक बिक्री करने वाले रोहित मोहन ने 24 दिसंबर को थाना सेक्टर-58 में अपनी शिकायत दर्ज कराई थी। रोहित ने कहा था कि सेक्टर-62 में कुछ लोगों ने 'ड्राई फ्रूट्स हब’ के नाम से एक कंपनी खोली। आरोपियों ने 40 फीसदी रकम देकर रोहित से लाखों रुपए के मेवे और मसाले खरीदे। रोहित ने बताया कि कंपनी ने एडवांस में 40 फीसदी रकम दी। शेष 60 फीसदी रकम चेक के माध्यम से दी गई। पीड़ित का आरोप है कि कंपनी का चेक बाउंस हो गया। जब पीड़ित इस बारे में पूछताछ करने कंपनी के कार्यालय पहुंचा तो वहां कोई नहीं मिला।

50 से ज्यादा बड़े व्यापारियों से धोखा किया

लव कुमार ने बताया कि आरोपियों ने दर्जन भर दूसरे व्यापारियों से भी मेवे-मसाले खरीदने के नाम पर धोखाधड़ी की है। इन सभी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराया है। ठगी के इन्हीं मामलो में सोमवार को एक सूचना के आधार पर मोहित गोयल और ओमप्रकाश जांगिड़ को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने उनके पास से फर्जी दस्तावेज, दो लग्जरी कारें और कई अन्य चीजें बरामद की हैं। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने अब तक 50 लोगों से मेवे-मसाले खरीदने के नाम पर ठगी करने की बात स्वीकार की है।

मोहित पहले रिंगिंग बेल फोन के नाम पर कर चुका है करोड़ों की ठगी

आरोपी गोयल इससे पूर्व सेक्टर-63 में रिंगिंग बेल नाम की कंपनी चलाता था। उसने पूरे देश में 251 रुपए में स्मार्टफोन देने की योजना शुरू कर करोड़ों रुपए की ठगी की थी। बाद में उसके खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ था और वह जेल गया था। जेल से छूटने के बाद उसने फिर से एक कंपनी खोल ली और लोगों के साथ धोखाधड़ी करने लगा। पुलिस दोनों आरोपियों के खिलाफ विधिक कार्रवाई कर रही है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
पुलिस ने गिरफ्तार दोनों जालसाजों को जेल भेज दिया है।


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3sbPhEV
via